Monday, November 1, 2010

Ghagh Aur Bhaddari Ki Kahawatein(घाघ और भड्डरी की कहावतें )(41 to 45)

४१. यदि ठाकुर (राजा या जमींदार) लड़का हो और उसका दीवान बुढहा तो उन दोनों में मेल नहीं रह सकता |
४२. कुदाल का बैंत ढीला होना, स्त्री का हंसकर बात करना और हंसकर दाम मागना ये तीनो काम अच्छे नहीं हैं |
४३. खेती का पेशा सबसे अच्छा है, व्यापर मध्यम और नौकरी निशिध्ह है, भीख मागना सबसे बुरा है |
४४. बिना चोट पहुंचाए हुए अगर किसी को मारना चाहो तो उसे ये सलाह दो की वो अरबी की सब्जी और पूरी खाया करे |
४५. भेद जानने वाला नौकर, सुन्दर स्त्री, पुराना वस्त्र और दुष्ट राजा की बड़ी सावधानी से सँभाल करनी पड़ती है |

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